Kill VS Kalki 2898 AD Movie Review 2: Box office day Collection Report

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2019 में एक बंदे ने साफ-साफ बोला था लाइव टीवी पे सबके सामने पूरी दुनिया को बताऊंगा वायलेंस(Kill) क्या होता है और 4 साल बाद एनिमल ने वो प्रॉमिस पूरा भी कर दिया कुछ लोग इतना पगला गए थे कि फिल्म के खिलाफ बस रोड पर उतरना बाकी रह गया था संदीप वांगा तो सबको बता के आए थे लेकिन इससे भी ज्यादा भयानक क्या होगा जानते हो

जब कोई अचानक से बिना बताए आ जाए आपको तैयारी का टाइम ना मिल पाए 3 घंटे लग गए थे एनिमल को वायलेंस बढ़ाने में लेकिन यह नया वाला धमाका उसके आधे सिर्फ डेढ़ घंटे में वायलेंस का पूरा स्कूल खोल दिया है |

Kill VS Kalki 2898 AD Movie Review 2: Box office day Collection Report

Kill Movie Review in Hindi

Kill भाई साहब ये बॉलीवुड में बनने वाली ऐसी फिल्म है जिसके लिए इंडियन ऑडियंस बिल्कुल रेडी नहीं है गाली नहीं दे सकता लेकिन सब कुछ फाड़ दिया भैया इंडिया में आज से पहले ऐसा ना तो कभी कुछ बना है और ना ही मुझे लगता है आगे कभी बनने वाला है

क्योंकि सेंसर बोर्ड रोएगा इस फिल्म को देखकर जॉन इब्राम की सबसे बेस्ट फिल्म कौन सी जल्दी बताओ फोर्स विद्युत वर्सेस जॉन बाप रे वैसा सिनेमा मुझे नहीं लगा था कि दोबारा कभी देख पाएंगे बट Kill सच में उससे 100 कदम आगे बढ़ गई है

वहां तो थोड़ा रोमांस ड्रामा टाइम पास था लेकिन Kill का सिर्फ एक गोल है तोड़फोड़ मरोड़ खून निचोड़ सिनेमा स्ट्रिक्ट वार्निंग कान खोल के अच्छे से सुन लो बेटा जी यह फिल्म कमजोर दिल वालों के लिए 1% भी नहीं है एक सीन तक नहीं देख पाओगे चैलेंज करता हूं मैं

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Kill एक एडल्ट मूवी है

अडल्ट सर्टिफिकेट इस फिल्म को फैशन के लिए नहीं दिया गया है वो देना जरूरी क्यों होता है किसी फिल्म को यही चीज समझाने का काम करेगी किल आप सोच रहे होगे टाइम पास के लिए बोल रही हूं बट सच में Kill एक ऐसा सिनेमा है जो मेंटली डिस्टर्ब कर सकता है

काफी लोगों को हल्के में मत लेना हां लेकिन जो सच में इंटरेस्टेड हैं एक्शन वायलेंस कैटेगरी में आपका गुरु जैकपॉट लग गया है 100 के टिकट में 10000 वाला वाला माल मिल गया है

जिस फिल्म के प्रोड्यूसर करण जौर हो लेकिन पूरी शूटिंग किसी सेट पे नहीं सिर्फ एक ट्रेन में खत्म हो जाए इशारा समझे मामला सीरियस है सिनेमा सीरियस है

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Kill Movie Story in Hindi

हां तो कहानी एक ट्रेन जर्नी की है जिसकी शुरुआत काफी रोमांटिक तरीके से होती है क्योंकि अच्छे खासे प्रपोजल के बाद हीरो की अंगूठी हीरोइन की उंगली में होती है लेकिन अगले ही सीन में कांच के दरवाजे से आर-पार हीरोइन खड़ी है और वही अंगूठी वाली उंगली विद खूब सारा खून दरवाजे पे छपी होती है

समझ गए होंगे डाकू लुटेरे गुंडे जो भी बोलना चाहो उन्होंने कर लिया ट्रेन को हाईजैक पैसा लड़की फिरौती जो मिल जाए सब मंजूर है लेकिन फिर होती है कमाल की चीज क्योंकि जिसको हमने समझा वीरजारा का शाहरुख खान वो तो साला निकला बाप ऑफ टाइगर एंड पठान मिशन सिंपल है उसको ढूंढना है तोड़ना है मारना है और बदला पूरा करना है प्यार के बदले प्यार नहीं सीधा हथियार वो भी सर से आर पार किसको ढूंढना है

एक साइकोपैथ भैया इतना पागल आदमी जो अपना हाथ काट लेगा अगर उस पर सोने का ब्रेसलेट पहना होगा पैसा चाहिए इसको किसी भी तरह फिर इसके बाद जो होता है फिल्म आंखों से कम और दिमाग में ज्यादा चलती है नॉन स्टॉप डेढ़ घंटे गिनती करनी है

किसकी लाशों की सोच लो आप उस फिल्म का वायलेंस मीटर कितना होगा | वायलेंस तो एनिमल में भी था लेकिन Kill एक लेवल ऊपर चली जाती है कुछ ऐसे अजीबोगरीब सींस के साथ जिसके अंदर किसी इंसान को इमेजिन तक नहीं कर सकते आप स्क्रीन पे जो चल रहा है

उसको देखकर आपके अंदर सब कुछ चलना बंद हो जाए भयानक अच्छा यहां पे एक चीज क्लियर कर कर देता हूं किल पता है सबसे कम बॉलीवुड वाली बॉलीवुड की फिल्म है ना तो इसमें हीरो डायलॉग मारेगा और ना ही गाना बजेगा कोई इमोशनल करने वाली लंबी कहानी नहीं है

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किल मूवी का क्लाइमैक्स

और क्लाइमैक्स में अच्छाई वर्सेस बुराई का मैसेज देने का ट्राय भी नहीं किया बॉलीवुड की सारी क्वालिटी इस फिल्म के अंदर मिसिंग है एकदम बिना फिल्टर का रॉ सिनेमा है माने किसी के दिमाग में कोई सीन आया और उसने जैसे का तैसा बना दिया बिना सोचे समझे कि सामने वाले की क्या हालत होगी और फिल्म मास्टरपीस इसीलिए बन जाती है

क्योंकि सिर्फ एक सीन दिखा के 10 मिनट टाइम पास नहीं करते अगले 10 मिनट में 10 और खतरनाक सींस आते जाते रहते हैं नॉनस्टॉप मतलब आप सोच नहीं सकते आज के टाइम में जब एक एक्टर ढंग से एक्टिंग नहीं कर पाता एक डांसर किसी फिल्म का मेन विलन बनके स्क्रीन पे आता है राघव ने भैया चार चांद लगा दिए हैं

इस फिल्म के खून खराबे में हीरो तलवार चलाता है तो राघव सिर्फ शब्दों से सामने वाले को मारने की ताकत रखते हैं फिर भैया लक्ष का इंटरवल के बाद जब असली रूप थिएटर में सबके सामने आता है माय गॉड ये बंदा आंख कान टांग हाथ पैर दांत सब कुछ निकाल देता है पता है अगर फिल्म सही तरीके से प्रमोट होती और फुल थिएटर भी में इसको देखते तो हर दूसरे सीन में सीटियां तालियां बजती ऐसा परफॉर्मेंस है लक्ष का अभी भी जो लोग बोलते हैं

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Kill Movie में एक्शन

एक्शन कैटेगरी में टाइगर भैया जैसा कोई नहीं एक बार किल देख कर आइए जिस एक्शन स्कूल में टाइगर भैया पढ़ते हैं उसके प्रिंसिपल के दर्शन होंगे फिल्म के अंदर लक्ष्य के डायलॉग्स कम है लेकिन स्क्रीन पे जब ये आते हैं ऑडियंस के आंख कान वैसे भी डर से बंद हो जाते हैं

फिल्म में एक डायलॉग है रक्षक नहीं राक्षस हो तुम वो एकदम सटीक डिस्क्रिप्शन है इस फिल्म का जिसको समझा हीरो वो निकला विलन से भी बड़ा वाला साइको बाकी फ्लेम्स अगर किसी ने देखा है तो तानिया के कि आप पहले से ही दीवाने हो उनका रोल फिल्म में छोटा है लेकिन जरूरी है

खून की नदी उनकी वजह से ही तो बह रही है हां तो यार बिना टाइम पास किए किल को मेरी तरफ से मिलेंगे पांच में से पूरे चार स्टार्स पहला एक्टर्स का दिमाग से इस्तेमाल जिसको एक्शन आता है

उसको तोड़फोड़ दे दिया जिसको बोलना आता है उसको डायलॉग दे दिया दूसरा वायलेंस नहीं वायलेंस का बाप वाला सिनेमा अच्छी शुरुआत है इसके आगे और मूवीज बनेंगी ऑडियंस की चांदी हो जाएगी तीसरा फिल्म के हर अगले सीन में पिछले वाले सीन को बीट करने वाला डायरेक्शन आप जितना मांगोगे उतना एक्शन मिलेगा चौथा कमाल का राघव भैया का विलन रोल और लक्ष्य का खून खराबा दिमाग से जाने नहीं वाला जिंदगी में कभी भी ही

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निष्कर्ष

नेगेटिव्स में बस दो छोटी शिकायत पहला हीरो वर्सेस विलन का फेस ऑफ थोड़ा सा वीक लगा क्लाइमैक्स हल्का रह गया दूसरा हीरो सबको मार तो रहा है और उसका रीजन भी पता है लेकिन कनेक्शन इमोशंस वो फील नहीं होता शायद थोड़ा एक्स्ट्रा फास्ट हो गई ये फिल्म बॉस हिम्मत है तो Kill जरूर देखकर आना लेकिन अगर नहीं सूट करता यह सब देखना तो प्लीज मत जाना बता रहा हूं थिएटर में फिल्म नहीं मौत का पीपीटी प्रेजेंटेशन देखने को मिलेगा

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