Yudhra Movie REVIEW: आपको क्या लगा हैट्रिक सिर्फ क्रिकेट में लगाई जाती है बिल्कुल गलत सिनेमा में भी हो सकता है और जिस बंदे ने किया है वो सच में कमाल है पहले किल ने ऑडियंस को सबसे ज्यादा थिएटर में डराया उसके बाद 11-11 ने ओटीटी प पब्लिक का दिमाग घुमाया नाम राघव है और काम वही करना जो असंभव है फिर से कम बैक किया है
इस बंदे ने और शर्म वाली बात यह है कि मैंने फिल्म का टिकट हीरो नहीं विलन को देखने के लिए बुक किया था राघव भैया जिंदाबाद तो यार देखते रई हूं मैं फिल्म Yudhra और जैसा एक्शन इसके ट्रेलर को देखने के बाद एक्सपेक्टेड था सेम उस लेवल को मैच कर दिया है
Yudhra Movie Review
फिल्म ने एक-एक पंच एक-एक मुक्का सुनाई देता है साउंड इफेक्ट बड़े जोर का बचता है रेड लाइट से धुआं उड़ाना यह जिस बंदे ने सोचा उसकी सैलरी अभी चाहिए बढ़ाना और बॉस बांसुरी फ्लूट को कभी पुरानी नजर से नहीं देख पाओगे और ना ही कभी लॉलीपॉप खाने जाओगे ऐसा खूनी इस्तेमाल एक्शन सीन में इन दोनों का कभी नहीं हुआ
सबसे शॉकिंग बात तो यह है कि फिल्म को यूएस सर्टिफिकेट कैसे मिल गया क्योंकि गिनती के पांच-छह सींस ऐसे हैं जिनको देखकर थिएटर में बैठा हर बंदा हिल गया कुछ स्पेशल कैटेगरी के लोग होते हैं जो बेचारे कॉकरोच को देखकर भी डर जाते हैं उनको तो Yudhra आंखें बंद करके ही देखनी पड़ेगी
अभी से वर्न कर देती हूं फिल्म में जेल के अंदर एक सीन शूट किया गया है वहां पे सच में दिमाग का दही हो गया है खुद को उसके लिए तैयार रखना क्योंकि किसी भी वक्त स्क्रीन पे कुछ ऐसा सीन आ सकता है जो सपनों में भी बिना आंखें बंद किए नहीं देखा जा सकता है सेम टू सेम किल की यादें ताजा हो गई हैं वैसे काफी टाइम से बॉलीवुड में रेस जैसी मूवीज को मिस कर रही थी
मैं आप भी कर रहे होंगे ट्विस्ट के अंदर ट्विस्ट उसके अंदर ट्विस्ट फिर एक और आखिरी ट्विस्ट और इसके बाद एंड में क्या पता चलता है
यह हीरो नहीं विलन है हम लोग शुरुआत से ही गलत बंदे को सपोर्ट कर रहे थे शिट तो हां Yudhra के पास एक्शन है लास्ट तक चलने वाला सस्पेंस है पब्लिक फेवरेट विलन है और हीरो कौन वो जिसने रणवीर सिंह को उनकी ही फिल्म में ओवर शैडो कर दिया
Yudhra Movie की कहानी चोर पुलिस की है
तो Yudhra की कहानी चोर पुलिस की है जिसके बीच में ड्रग्स आ गया है एक दो तीन नहीं पूरे 5000 किलो ख गया है एक तरीके से ड्रग्स मार्केट क्रैश हो गया है चोर पुलिस के बीच में साइड चुनना आसान है लेकिन क्या पता जिसने यूनिफॉर्म पहना है उसके अंदर भी शैतान है ट्विस्ट नंबर वन की शुरुआत यही तो है धोखा जो जैसा दिखता है वो वैसा है नहीं और जो जैसा है वैसा दिखेगा नहीं माने किसी भी कैरेक्टर पर शक कर सकते हो आप गलती से भरोसा मत करना
बस यहीं पे मार लो मैदान युद्र के पास सबसे बड़ा मौका है 150 की स्पीड पर बाइक भगाने वाला लफंगा 5000 किलो कोकेन पकड़ेगा वाह क्या एंगल सोचा है बट लाइफ की तरह इस कहानी में भी अनप्रिडिक्टेबल ट्विस्ट होने का सर जी जिसको समझा हीरो वो तो ड्रग माफिया के राजा का वजीर होने का सर जी युद्र विलन है शिट अच्छा वैसे शतरंज के गेम में एक रानी भी होती है ना तो इस कहानी में यह खूबसूरत रानी राजा की कुर्सी बचाएगी या फिर उसको डुबाने की सबसे बड़ी वजह बन जाएगी
अब भाई नेशनल सिनेमा डे चल रहा है सिर्फ 99 में इतना सब कुछ मिल रहा है तो हां यार 101 पर ये कोई बुरी डील तो नहीं हो सकती है बट दोनों आंखों के बीच में दिमाग भी होता है वहीं पे युद्र अपनी सारी बनी बनाई इज्जत को पानी से धोता है एक्शन एक्शन एक्शन लेकिन कहां है बाकी का फन फिल्म का प्रेजेंटेशन काफी रिपिटेटिव है भैया मां ने बचपन से ऐसा सिनेमा बहुत बार देखा है
इसीलिए 2024 में वही सेम चीज बनाना बहुत बड़ा धोखा है 100 बात की एक बात आप जिस चीज के लिए थिएटर जा रहे हो Yudhra वर्सेस राघव देखने वो सीन उतना उतना ही फीका है उतना ही हल्का है बहुत छोटा बहुत कम है उल्टा फिल्म बनाने वाले लोगों का ध्यान बीच-बीच में गानों प अटक जाता है जबरदस्ती का रोमांस चालू हो जाता है
और फिल्म का एक्शन गलत रास्ते प भटक जाता है पता नहीं क्या लालच है एक फिल्म में पांच-छह गाने डालने का वो भी ऐसे जिनके पांच-छह शब्द तक समझ नहीं आते प्रमोशनल बना दो लोगों को चॉइस दिला दो जिसको देखना है वो देखेगा बाकी उठके घर चला जाएगा कहानी को पॉज मोड पे क्यों डालने का सर Yudhra को पांच में से ढाई स्टार्स मिलेंगे
एक्शन लॉलीपॉप और राघव के कैमियो की वजह से जबकि फालतू के सफिट गाने कहानी दिखाने के तरीके पुराने और राघव वर्सेस सिद्धांत के अल्टीमेट फेस ऑफ को बर्बाद करने के बहाने ढाई स्टार आराम से हैं कट जाने पैसा आपका टाइम आपका सिनेमा डे तैयार है बस इतना याद रखना फिल्म के अंदर एक्शन कमाल राघव बवाल लेकिन नया क्या है गलती से मत पूछना है यह सवाल ओके